Considerations To Know About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए



इसके मंत्रो के जरिये एक चुम्बकीय प्रभाव पैदा किया जाता है.

किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. दूसरा, किसी अनुभवी गुरु या ज्योतिषी से सलाह लें. वशीकरण एक जटिल विद्या है और इसे गलत तरीके से करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं. तीसरा, धैर्य रखें. वशीकरण का प्रभाव तुरंत नहीं दिखता है. इसके लिए समय और अभ्यास की आवश्यकता होती है.

करियर में उन्नति और सहयोगियों का समर्थन पाने के लिए।

ॐ मोहिनी मोहिनी कहाँ चली, हरखु राई कां मचली

कुछ लोगों को वशीकरण मंत्र का उपयोग करके अच्छे परिणाम मिलते हैं, जबकि दूसरे लोगों को इसका कोई प्रभाव नहीं दिखता है। इसलिए, यह अहम है कि आप वशीकरण मंत्र का सही ढंग से उपयोग करें और अनुभवी व्यक्ति की मदद लें, यदि आवश्यक होवशीकरण मंत्र का खतरा

ॐ नमो आदेश गुरु को कामरु देश कामाक्षा देवी तहाँ बैठे इस्माइल जोगी, जोगी के आँगन फूल क्यारी फूल चुन-चुन लावे लोना चमारी फूल चल फूल-फूल बिगसे फूल पर बीर नरसिंह बसे जो नहीं फूल का विष कबहुं न छोड़ें मेरी आस मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।

किसी तरह के दरुपयोग के लिए इसका प्रयोग न करे वर्ना आपके फल नष्ट होंगे.

ध्यान दे : मोहन तिलक के प्रभाव का समय काल बहुत कम होता है जिसकी वजह से आप इसे ज्यादा समय तक नहीं कर सकते है.

विज्ञान की दृष्टि से, वशीकरण मंत्रों का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है जो इनके प्रभाव को साबित कर सके। यह मानवीय मन के साथ जुड़ी अज्ञात शक्तियों का एक परिणाम हो सकता है, जो हमें अभी तक समझने में नहीं आयी हैं। हालांकि, कई लोग अपने अनुभवों के आधार पर इन मंत्रों को सत्य मानते हैं और इनका उपयोग करके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखते हैं।

इस मंत्र का प्रयोग सिर्फ एक बार में एक व्यक्ति पर ही सिद्ध होता है.

(ध्यान के लिए एक-एक शब्द को समझना जरूरी है, हालांकि इसका मंत्र संस्कृत में भी उपलब्ध है, लेकिन ध्यान पक्ष का मंत्र हिंदी में दिया गया है ताकि साधक को अर्थ समझने में कोई बाधा न आए।)

ॐ नमो आकाश की योगिनी पातालनाग, उठि हनुमंत जी ‘फलानी’ को लाग, परै न निद्रा बैठे न सुख, जोबो देखे न मेरो मुख, तब तक नहिं परै हिये में सुख, लाऊ जो वाकू पियो, मोहि दीखै ठण्डी हो जाय, आवत न काहू दिखाय, आउ आउ मेरे आगे लाउ, न लावै तो गुरु गौरखनाथ की आन।

हालांकि वशीकरण को मुख्य रूप से प्रेम और संबंधों से जोड़ा जाता है, लेकिन इसका उपयोग करियर, वित्तीय समस्याओं और अन्य व्यक्तिगत मुद्दों के समाधान के लिए भी किया जा सकता है।

विधि: किसी भी सोमवार को, चार लौंग को पान के पत्ते में लपेटकर अपने मुँह में रखें। इसके बाद, किसी नदी या सरोवर में स्नान करते हुए डुबकी लगाएँ। डुबकी के दौरान, इस मंत्र का इक्कीस बार जाप करें। फिर पानी से बाहर निकलकर मुँह में रखी हुई लौंग को निकालें और उसे धूप दिखाएं। यह लौंग जिसे भी खिला दी जाएगी, वह click here व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।

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